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गुरुवार, 21 जून 2018

स्वतंत्रता दिवस कि शुभकामनाएँ, शायरी

              स्वतंत्रता दिवस कि शुभकामनाएँ भाषण

स्वतंत्रता दिवस कि शुभकामनाएँ भाषण के माध्यम से सभी को 15 अगस्त कि बधाई दें।
जैसा कि आप सबको पता है कि हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप मे मनाते हैं। स्वतंत्रता दिवस को हम क्यो मनाते है? इसके बारे मे हम सबको पता है।

आज मैं आप से पूछना चाहता हूँ। कि क्या हम स्वतंत्र (आजाद) है?
                नहीं, दोस्तों वैसे तो हम 1947 में आजाद हो गये थे। लेकिन हम भ्रष्टाचार और आतंकवाद से आजाद नहीं हुए है। दोस्तों, भारतीय सेना आतंकवाद से लड़ने के लिए सक्षम हैं। लेकिन एक बात पर हमें गौर करना चाहिए कि क्या हम अपनी सेना के जवान जो जान कि बाजी लगाकर आतंकवाद से लड़ते है उन्हे सम्मान देते हैं? 

कर जस्बे को बुलंद जवान
तेरे पीछे खड़ी आवाम
हर पते को मार गिरायेगे
जो हमसे देश बटवायेगे।
           



नहीं दोस्तों, सम्मान कि जगह पत्थर मिलते हैं। ऐसा क्यों?
दोस्तों मैं आपको दूसरे देशों कि सेना के प्रति सम्मान के बारे मे बताता हूँ।
फ्रांस कि सेना:- फ्रांस में द्वितीय युध् में जो लोग शहीद हुए थे। उनके सम्मान मे वहां के लोग साल के 11 महीने कि 11 तारीख को 11 बजकर 11 मिनट पर खड़े होकर मौन रखते हैं। क्यों:- क्योंकि अपनी Army का सम्मान करते हैं।

उतरी कोरिया:- उतरी कोरिया के तानाशाह ने वहाँ के 65 लाख लोगों को सेना कि ट्रेनिंग दि हैं। जबकि उनको अपनी सेना में 10 लाख जवान ही चाहिए। ऐसा क्यों:- क्योंकि उतरी कोरिया के तानाशाह मानते हैं। कि देश कि सेवा के लिए हर एक देश का नागरिक जिम्मेदार हैं।

दुनिया में ऐसे बहुत से देश हैं। जो अपनी सेना से प्यार व उनका सम्मान करते हैं। लेकिन हमारे देश में ऐसा नहीं होता क्योंकि हमारे देश के लोगों कि देश भक्ति मात्र दो राष्ट्र पर्वो में समेट गयी हैं। पता नहीं क्यों हमारे देश के नागरिकों का देश के प्रति अगस्त व जनवरी में क्यों खून खोलने लगता हैं। जबकि हमें हर दिन देश से प्यार करना चाहिए और सेना के हरके जवान का सम्मान करना चाहिए ना कि अगस्त व जनवरी में। यदि हम सेना के जवानों का सम्मान करेंगे तो वो अपना काम जोश से करेंगे।

" सेना आतंकवाद से नहीं  लड़ती हैं 
     कि उन्हें आतंकियो से नफरत है,
        वो इसलिए लड़ती हैं
क्योंकि उनसे देश का हर नागरिक प्यार करता।"

भ्रष्टाचार:- दोस्तों, भ्रष्टाचार हमारे देश कि सबसे बड़ी समस्या हैं। भ्रष्टाचार एक स्पीड ब्रेकर कि तरह हैं। जिस तरह सड़कों पर स्पीड ब्रेकर वाहनों कि गति कम कर देते हैं। वैसे हि भ्रष्टाचार ने हमारे देश कि प्रगति कि रफ्तार को धीरे कर दिया हैं। 
भ्रष्टाचार तेजी से फैलने वाली बीमारी कि तरह हैं। जिसने के दिमाग में अपनी जगह जमा ली हैं। जो कि निकलने का नाम ही नहीं ले रही।
भ्रष्टाचार दो शब्दों से मिलकर बना हुआ हैं। भ्रष्ट मतलब भटका हुआ, और आचार का मतलब आचरण। अर्थात् उचित मार्ग से भटका हुए आचरण को भ्रष्टाचार कहते हैं।

भ्रष्टाचार फैलने के मुख्य कारण :- 
                                             अपराधियों , अधिकारियों व नेताओं का एक साथ मिल जाना। 1947 के बाद जैसे जैसे साल बीतते गये। भ्रष्टाचार बढ़ता ही गया और भारत इससे मुक्त होने कि कोशिश ही कर रहा हैं।क्योंकि भारत के हर नागरिक के दिमाग मे यह बात घर कर गयी हैं। कि किसी भी ऑफिस मे बिना रिश्वत दिये काम नहीं होता। और देश के कर्मचारी भी ऐसा ही व्यवहार करते हैं कि जब तक कोई रिश्वत नहीं देगा उसका काम नहीं करना हैं।
हमारी इसी सोच के कारण परिस्थितियाँ और ज्यादा खराब हो रही हैं।
भ्रष्टाचार के कारण हमारे देश के हजारों किसान आत्महत्या कर लेते हैं। यदि सरकार भ्रष्टाचार मिटाने का सही तोड़ निकाल लें तो हमारे अन्न दाता (किसान) आत्महत्या नहीं करेंगे।

हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री ए पी जे अब्दुल कलाम जी ने कहा था कि किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त करने तीन लोग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
वो हैं :- माता, पिता व गुरू। यदि हर माता- पिता व गुरू बच्चों को सही शिक्षा दे। तो हमारा देश भ्रष्टाचार मुक्त हो सकता हैं।

स्वतंत्रता दिवस शायरी :-

"तिरंगा हमारा हैं शान- ए-जिंदगी 
वतन परस्ती हैं वफ़ा-ए-ज़मी 
देश के लिए मर मिटना कुबूल हैं हमें 
अखंड भारत के स्वपन का जूनून हैं हमें"


       "मोहब्बत का दूसरा नाम हैं मेरा देश 
अनेको में एकता का प्रतिक हैं मेरा देश 
चंद गैरों की सुनना मुझे गँवारा नहीं 
हिन्दू हो या मुस्लिम सभी का प्यारा है मेरा देश"


"दुश्मनी के लिए यह याद नहीं रहता 
वतन मेरा दोस्ती पर कुर्बान हैं

नफरत पाले कोई उड़ान नहीं भरता
दिलों में चाहत ही मेरे वतन की शान हैं"



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